घटना का विवरण
बस्ती जिले के मुण्डेरवा थाना क्षेत्र के कुम्हिया मिश्रैलिया गांव निवासी राजमन पुत्र सदानन्द ने शनिवार को पुलिस अधीक्षक (एसपी) को एक पत्र लिखकर अपने परिवार की सुरक्षा की गुहार लगाई है। राजमन ने बताया कि उनके साथ बकरी चराने को लेकर हुई झड़प के बाद दबंगों ने उन्हें और उनके परिवार को मारपीट की और उनके बेटे का सिर फोड़ दिया। इस मामले में अब तक पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की है।
क्या हुआ था?
राजमन के मुताबिक, 14 मार्च को होली के दिन गांव के ही दुःखरन पुत्र रमई उनके खेत में बकरियां चरा रहा था। जब राजमन ने बकरियों को खेत से भगाने की कोशिश की, तो दुःखरन नाराज हो गया। इसके बाद दुःखरन ने अपने परिवार और अन्य लोगों के साथ मिलकर राजमन और उनके परिवार पर हमला कर दिया।
हमले में क्या हुआ?

हमले के दौरान दुःखरन और उसके साथियों ने लाठी, डंडे और लोहे की रॉड से राजमन और उनके बेटों जितेन्द्र और वीरेन्द्र को पीटा। इस हमले में राजमन के बेटे जितेन्द्र का सिर फट गया और उन्हें गंभीर चोटें आईं। राजमन ने बताया कि हमलावरों ने उन्हें और उनके परिवार को भद्दी गालियां देते हुए मारपीट की।
पुलिस ने नहीं की कार्रवाई
राजमन ने बताया कि घटना की सूचना मुण्डेरवा थाने को दी गई, लेकिन पुलिस ने न तो मुकदमा दर्ज किया और न ही चोटों का मुआयना कराया। इससे राजमन का परिवार डरा हुआ है। उन्होंने आरोप लगाया कि दबंग अब उन्हें और उनके परिवार को फर्जी मुकदमों में फंसाने की धमकी दे रहे हैं।
राजमन की मांग
राजमन ने पुलिस अधीक्षक से मांग की है कि दोषियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया जाए और उनके परिवार की जान और माल की सुरक्षा सुनिश्चित की जाए। उन्होंने कहा कि अगर पुलिस ने जल्द कार्रवाई नहीं की, तो उनके परिवार को और नुकसान हो सकता है।
निष्कर्ष
इस घटना ने एक बार फिर ग्रामीण इलाकों में दबंगों के आतंक और पुलिस की लापरवाही को उजागर किया है। राजमन और उनके परिवार की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए पुलिस को तुरंत कार्रवाई करनी चाहिए। साथ ही, ऐसे मामलों में त्वरित न्याय सुनिश्चित करने के लिए प्रशासन को गंभीर कदम उठाने की जरूरत है।