Basti News उत्तर प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के जिलाध्यक्षों के नामों का इंतजार जारी है। सूत्रों के मुताबिक, 16 मार्च को पार्टी कई जिलों में जिलाध्यक्षों के नामों की घोषणा कर सकती है। इस बीच, बस्ती जिले में भी बीजेपी नेताओं के बीच जिलाध्यक्ष पद को लेकर चर्चा तेज हो गई है।
बस्ती में कौन बनेगा बीजेपी का जिलाध्यक्ष?
बस्ती में बीजेपी नेताओं के बीच जिलाध्यक्ष पद को लेकर कई नाम चर्चा में हैं। कुछ लोगों का कहना है कि मौजूदा अध्यक्ष को ही दोबारा मौका मिल सकता है, जबकि कुछ का मानना है कि 2027 के विधानसभा चुनाव को देखते हुए पार्टी कोई नया और चौंकाने वाला फैसला कर सकती है।
क्या ब्राह्मण चेहरे को मिलेगा मौका?
पिछले दो बार से बीजेपी बस्ती में ब्राह्मण नेताओं को ही जिलाध्यक्ष बना रही है। चाहे वह महेश शुक्ला रहे हों या विवेकानंद मिश्रा। लेकिन इस बार ऐसा माना जा रहा है कि 2022 के विधानसभा चुनाव के नतीजों और सपा की पीडीए (पिछड़ा, दलित, अल्पसंख्यक) रणनीति को ध्यान में रखते हुए बीजेपी बस्ती में किसी गैर-ब्राह्मण नेता को जिलाध्यक्ष बना सकती है।
जिलाध्यक्ष पद के लिए कौन-कौन हैं दावेदार?
बस्ती में बीजेपी जिलाध्यक्ष पद के लिए 58 लोगों ने अपनी दावेदारी पेश की है। इनमें विवेकानंद मिश्रा, प्रमोद पांडेय, गोपेश्वर त्रिपाठी, रोली सिंह और पवन कसौधन जैसे नाम शामिल हैं।
चुनाव प्रक्रिया कैसे होगी?
बस्ती में बीजेपी ने शंकर लाल लोधी को चुनाव अधिकारी और सुरेंद्र सिंह ओढे को जिला चुनाव पर्यवेक्षक नियुक्त किया है। माना जा रहा है कि बीजेपी अपने 98 संगठनात्मक जिलों में से 85 जिलाध्यक्षों के नामों की घोषणा करेगी, जिसमें बस्ती भी शामिल होगा।
नेताओं की बढ़ी धड़कन
जिलाध्यक्ष पद के नाम की घोषणा से पहले ही बस्ती के बीजेपी नेताओं की धड़कनें बढ़ गई हैं। सभी की नजरें इस बात पर टिकी हैं कि आखिरकार बीजेपी बस्ती में 2027 के विधानसभा चुनाव की जिम्मेदारी किसे सौंपती है।
निष्कर्ष
बस्ती में बीजेपी जिलाध्यक्ष पद के लिए नए चेहरे की संभावना तेज हो गई है। पार्टी 2027 के विधानसभा चुनाव को ध्यान में रखते हुए कोई बड़ा फैसला ले सकती है। ऐसे में यह देखना दिलचस्प होगा कि बस्ती में बीजेपी की कमान किसके हाथों में होगी और क्या यह फैसला पार्टी को 2027 में फायदा पहुंचाएगा।